🚨 सीकर, राजस्थान में बड़ा ट्रेन हादसा — 36 डिब्बे पटरी से उतरे, रेल यातायात ठप | जानिए पूरी घटना की विस्तृत जानकारी

राजस्थान के सीकर ज़िले से मंगलवार रात एक बड़ी रेल दुर्घटना की खबर सामने आई है। श्रीमाधोपुर रेलवे स्टेशन के पास फुलेरा–रेवाड़ी मालगाड़ी के कुल 36 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन रेलवे ट्रैक को भारी नुकसान पहुँचा है और इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
📍 हादसा कहाँ और कब हुआ
यह दुर्घटना मंगलवार देर रात करीब 11:15 बजे सीकर ज़िले के श्रीमाधोपुर क्षेत्र में हुई। यह स्थान फुलेरा–रेवाड़ी रेलवे मार्ग पर पड़ता है, जो मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण रूट माना जाता है।
🚂 कैसे हुआ हादसा — 36 डिब्बे पटरी से उतरे
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह एक मालगाड़ी थी जिसमें कुल 58 डिब्बे जुड़े हुए थे।
इनमें से 16 डिब्बों में चावल भरा हुआ था।
ट्रेन की गति सामान्य थी, तभी अचानक पटरियों पर सांड (गौवंश) आ गया।
ड्राइवर ने ब्रेक लगाई लेकिन इतनी लंबी गाड़ी को तुरंत रोक पाना संभव नहीं था।
ट्रेन की पहले कुछ बोगियां सांड से टकराईं, जिससे अचानक झटका लगा और लगातार पीछे के 36 डिब्बे पटरी से उतर गए।
कुछ डिब्बे तो एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए, जिससे पटरियों पर जाम की स्थिति बन गई।
🧑🚒 राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू
दुर्घटना की सूचना मिलते ही
रेलवे अधिकारी,
इंजीनियरिंग टीम,
और स्थानीय प्रशासन तुरंत मौके पर पहुँचे।
रात भर रेलवे ट्रैक को क्लियर करने का कार्य चलता रहा। भारी क्रेन और इंजीनियरिंग उपकरणों की मदद से डिब्बों को हटाने का काम किया गया।
सौभाग्य से इस हादसे में कोई हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। सभी कर्मचारी और ड्राइवर सुरक्षित हैं।
🚦 रेल यातायात पूरी तरह प्रभावित
इस हादसे का सीधा असर फुलेरा–रेवाड़ी मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों पर पड़ा है।
कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है,
कुछ को रद्द भी करना पड़ा है।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले संबंधित ट्रेनों की स्थिति की जांच अवश्य करें।
मरम्मत कार्य में भारी मशीनरी और बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारी जुटे हुए हैं। ट्रैक को दोबारा चालू करने में कई घंटे लग सकते हैं।
📰 स्थानीय प्रशासन और रेलवे का बयान
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हादसे का मुख्य कारण ट्रैक पर अचानक आए पशु से टकराव है।
उन्होंने कहा कि यह रूट खेतों और खुले इलाकों से होकर गुजरता है, जहाँ अक्सर पशु आ जाते हैं। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने भी राहत कार्यों में सहयोग किया और घटनास्थल पर भीड़ न जुटाने की अपील की।
📌 मुख्य बिंदु एक नज़र में
📍 स्थान – श्रीमाधोपुर, सीकर (राजस्थान)
🕰 समय – मंगलवार रात 11:15 बजे
🚂 ट्रेन – फुलेरा से रेवाड़ी जा रही मालगाड़ी
🛤 कुल डिब्बे – 58 (36 पटरी से उतरे)
🌾 16 डिब्बों में चावल लदा था
🐂 हादसे का कारण – पटरियों पर अचानक आए सांड से टकराव
👨🔧 कोई हताहत नहीं
🚧 रेल यातायात ठप, मरम्मत कार्य जारी
📝 निष्कर्ष
सीकर में हुआ यह ट्रेन हादसा एक बार फिर यह याद दिलाता है कि रेल ट्रैकों पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत है, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहाँ पशुओं का आना-जाना आम है। रेलवे ने राहत की बात कही है कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन आर्थिक नुकसान और रेल यातायात में रुकावट काफी बड़ी है।
रेलवे की टीम लगातार ट्रैक को बहाल करने में लगी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही सामान्य हो जाएगी।