- इस हफ्ते शेयर बाजार की चाल
- 17 अक्टूबर बाजार अपडेट
- निफ्टी सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
- शेयर बाजार में तेजी की उम्मीद
- महंगाई दर और बाजार का असर
1. वैश्विक संकेतों से बनेगा माहौल
Table of Contents
Toggleपिछले हफ्ते अमेरिकी बाजारों में हल्की तेजी देखने को मिली थी, खासकर तकनीकी शेयरों में रिकवरी के कारण। वहीं यूरोपीय बाजारों में भी निवेशकों का रुझान सकारात्मक बना हुआ है क्योंकि यूरोप में ऊर्जा कीमतों में गिरावट और महंगाई दर में थोड़ी राहत देखने को मिली है।
एशियाई बाजारों में चीन और जापान से मिले संकेत भी उत्साहजनक हैं। चीन की सरकार ने आर्थिक विकास को गति देने के लिए नए प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है, जिससे ग्लोबल सेंटीमेंट में सुधार हुआ है। इन वैश्विक संकेतों का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिलेगा।
2. घरेलू मोर्चे पर महंगाई दर और कॉर्पोरेट नतीजों पर नजर
17 अक्टूबर को भारत की CPI (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) आधारित महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे। सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर में थोड़ी नरमी की उम्मीद जताई जा रही है। यदि आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहते हैं तो बाजार में तेजी का माहौल बन सकता है, क्योंकि इससे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति पर नरमी की उम्मीद बढ़ जाएगी।
इसके अलावा, इस हफ्ते कई बड़ी कंपनियों के क्वार्टर 2 (Q2) के नतीजे भी आने वाले हैं। बैंकिंग, आईटी और ऑटो सेक्टर की कंपनियों से अच्छे नतीजों की उम्मीद की जा रही है। अगर परिणाम अनुमान से बेहतर रहते हैं तो बाजार में खरीदारी का रुझान और मजबूत हो सकता है।
3. टेक्निकल फैक्टर्स: सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल पर नज़र
तकनीकी चार्ट्स पर नजर डालें तो निफ्टी 50 इंडेक्स ने पिछले सप्ताह मजबूती के साथ 22,300 के ऊपर क्लोजिंग दी है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस हफ्ते निफ्टी के लिए:
-
महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल: 22,100 – 21,950
-
पहला रजिस्टेंस लेवल: 22,450
-
मुख्य रजिस्टेंस लेवल: 22,600 – 22,750
अगर निफ्टी 22,450 के ऊपर टिकने में सफल रहता है तो इसमें 22,600 तक की तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं अगर बाजार में कमजोरी आती है तो 22,100 के आसपास मजबूत सपोर्ट मौजूद है।
बैंक निफ्टी की बात करें तो यह इंडेक्स 48,000 के आसपास मजबूत आधार बना रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक:
-
बैंक निफ्टी सपोर्ट: 47,800 – 47,500
-
बैंक निफ्टी रजिस्टेंस: 48,400 – 48,800
अगर बैंकिंग शेयरों में तेजी जारी रही तो निफ्टी को भी ऊपर की ओर सपोर्ट मिलेगा।
4. सेक्टोरल परफॉर्मेंस पर ध्यान
-
बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर: महंगाई दर में नरमी और ब्याज दरों के स्थिर रहने की संभावना से बैंकिंग शेयरों में तेजी की उम्मीद है।
-
आईटी सेक्टर: अमेरिकी बाजारों में रिकवरी और डॉलर में मजबूती से आईटी कंपनियों को फायदा हो सकता है। साथ ही Q2 नतीजे इस सेक्टर के लिए दिशा तय करेंगे।
-
ऑटो सेक्टर: फेस्टिव सीजन से पहले इस सेक्टर में खरीदारी बढ़ी है। कंपनियों की सेल्स रिपोर्ट भी सकारात्मक रही है।
-
FMCG: अगर महंगाई दर में गिरावट आती है तो इस सेक्टर में भी तेजी देखी जा सकती है क्योंकि इनकी मार्जिन पर दबाव कम होगा।
5. निवेशकों की रणनीति क्या होनी चाहिए
-
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए: निफ्टी को 22,100 के ऊपर बनाए रखने की स्थिति में तेजी के सौदे बनाए जा सकते हैं। 22,450 और 22,600 के लेवल पर प्रॉफिट बुकिंग की जा सकती है।
-
लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए: यह समय क्वालिटी स्टॉक्स में SIP के जरिए धीरे-धीरे निवेश बढ़ाने का है। बाजार में वोलैटिलिटी बनी रह सकती है, इसलिए एकमुश्त निवेश से बचना बेहतर होगा।
-
स्टॉप लॉस और टारगेट सेट करें: हर ट्रेड में रिस्क मैनेजमेंट जरूरी है। निफ्टी के लिए 21,950 का स्टॉप लॉस और 22,600 का टारगेट इस हफ्ते एक अच्छा ट्रेडिंग प्लान हो सकता है।
6. किन बातों का रखना होगा ध्यान
अगर अमेरिकी फेड के अधिकारियों से ब्याज दरों में वृद्धि के संकेत आते हैं तो बाजार पर दबाव बन सकता है।
क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी से भारत की महंगाई दर और रुपये पर असर पड़ सकता है।
FII (विदेशी संस्थागत निवेशक) की गतिविधियां भी अहम रहेंगी। अगर FII की भारी बिकवाली होती है तो बाजार में तेजी सीमित रह सकती है।
7. 17 अक्टूबर क्यों खास है?
17 अक्टूबर को कई अहम घटनाएं एक साथ होने वाली हैं:
-
भारत की CPI महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे।
-
कुछ बड़ी कंपनियों के Q2 नतीजे आएंगे।
-
वैश्विक स्तर पर अमेरिकी आर्थिक आंकड़े भी उसी दिन आने वाले हैं।
इन सभी घटनाओं से एक साथ बाजार की दिशा पर असर पड़ेगा। यही कारण है कि मार्केट एक्सपर्ट्स 17 अक्टूबर को इस हफ्ते का “टर्निंग पॉइंट डे” मान रहे हैं।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार के लिए माहौल तेजी का संकेत दे रहा है। वैश्विक संकेतों में सुधार, घरेलू महंगाई दर में नरमी की उम्मीद और मजबूत तकनीकी सेटअप के चलते निवेशकों में विश्वास बढ़ रहा है। हालांकि, किसी भी तरह की अचानक नकारात्मक खबर से बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है, इसलिए सतर्क रहना भी जरूरी है।
निवेशकों को इस हफ्ते 22,100 – 22,750 के सपोर्ट और रजिस्टेंस रेंज पर ध्यान देना चाहिए और 17 अक्टूबर के बाद ही अगली बड़ी चाल की उम्मीद रखनी चाहिए।
